Wednesday 19 October 2016
Tuesday 2 February 2016
इक नयी दोस्त
चंचल खिली खिली
इक नयी दोस्त
हमारे होठो की हँसी
इक नयी दोस्त
इतराती मुस्कुराती
कभी हम पे हँसती
कभी हमें हँसाती
इक नयी दोस्त
''सॉरी" बहुत ज्यादा
कहती है
बहुत खास हैं
हमें उनपे नाज है
इक नयी दोस्त
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